मेरे मनमोहना जरा नेड़े नेड़े हो,
ऐना नेड़े होवी असी लगिये ना दो,
दूर मेतो जावी मेरा दिल तड़फे,
कोल जदो आवे मेरा दिल धडके,
यह केहन्दिया ने बाहा मेरे तो दूर ना खलो
मेरे मनमोहना.......
चन ते चकोर वांगु प्यार करिये,
आपा दोनों दुनिया तो क्यों डरिये,
आवे मेरी सावा विच तेरी खुश्बू
मेरे मनमोहना.......
थक गईया मैं ता लेके लम्बे लम्बे सां,
फड़के के तू मैनु अपने सीने नाल ला,
प्यार दिया आंचल विच मैनु तू लको
मेरे मनमोहना.......