तेरे ख्यालों खोया रहूँ मैं जागु मै दिन और रात,
हे शिव शंकर हे पलयकंर हे जग के आधार,
तेरे बिना मेरी कोन सुनेगा,
तेरे सिवा मेरी कोन खबर ले,
सुन लो ना दिल की पुकार,
तेरे ख्यालों ....
मन पंछी बैचेन दर्श बिना अब तो दर्श दिखावो,
अँखियाँ ऐसे बरस रही है जैसे सावन की बरसात,
तेरे ख्यालो.........
विष पिये खुद अमृत बाटें तूझसा नहीं कोई दानी
नटवर दया की भिक्षा मांगे रख दो सिर पर हाथ
तेरे ख्यालों....।।।....