झंदेवाली माँ के द्वार देखो गूंज रहे जयकारे,
हरदम गूंज रहे जयकारे
दर्शन करने बारी बारी आई दर पे संगत सारी,
लम्बी लम्बी लगी कटार देखो गूंज रहे जयकारे....
कोई आया कस्त मिटाने कोई माल खजाने,
कोई मांगे ममता प्यार देखो गूंज रहे जयकारे.....
कही ढोलक शेने बाजे शम शम भगत मैया के नाचे,
हो रहा माँ का मंगला चार देखो गूंज रहे जयकारे......
दुनिया की छोड़ सहारे मजबूर भी आया द्वारे,
आया दर पे पहली बार देखो गूंज रहे जयकारे.....