गुरुदेव दया करदो मुझ पर, मुझे अपनी शरण में रहने दो,
मुझे ज्ञान के सागर से स्वामी अब ,निर्मल गागर भरने दो,
तुम्हारी शरण मे जो कोई आया,पार हुआ एक ही पल में,
इस दर पर हम भी आये है ,इस दर पर गुजारा करने दो,
गुरुदेव दया करके............
सर पर छाया घोर अंधेरा,सूझत नाही है राह कोई,
ये नयन मेरे ओर ज्योति तेरी,इन नेनो को भी बहने दो,
मुझे ज्ञान ....................
चाहे डूबा दो .चाहे तैरा दो,मर भी गए तो देंगे दुआ
ये नाव मेरी ओर हाथ तेरे,मुझे भव सागर से तरने दो,
मुझे ज्ञान .............