अमृत की बरसे बदरिया बाबा की दुअरिया,
दादुर मोर पपीहा बोले ।॥
कूके काली कोयालियाँ बाबा की दुअरिया,
अमृत की बरसे बदरिया बाबा....
भगत बाबा की आरती की उतारे ।॥
भीड़ है तेरी नगरियाँ, बाबा की दुअरिया,
अमृत की बरसे बदरिया बाबा....
चन्दन तिलक चाँद सा चमके ।॥
राम जी देखे नजरियाँ बाबा की दुअरिया,
अमृत की बरसे बदरिया बाबा....
ब्रह्मा विष्णु शंकर नाचे ।॥
मोहन बजाये बांसुरियां बाबा की दुअरिया,
अमृत की बरसे बदरिया बाबा....