रब माँगेगा जवाब नेकियाँ कमाइये,
देना पड़े गा हिसाब नेकियाँ कमाइये,
यु ना चलो अकड़ के झुक जायेगी कमर ।॥
दो दिन का है शबाब नेकियाँ कमाइये,
रब माँगेगा जवाब .....
और कुछ बनो न बनो आके जहाँ में ।॥
इंसान बनो लाजवाब नेकियाँ कमाइये,
रब माँगेगा जवाब .....
नफरतो की गंदगी से भर गया है ये जहां ।॥
महकाओ प्यार के गुलाब नेकियाँ कमाइये,
रब माँगेगा जवाब .....
झुक जाए ना निगाहे दरगाह में शर्म से,
जिस दिन खुले गी किताब नेकियाँ कमाइये,
रब माँगेगा जवाब .....