जोगेया एह बन के माई तेरे दर आया है साईं
ये उनका रूप अनोखा है तेरी नजरो का धोखा है
उन्हें पहचान नही पाई तेरे दर आया है साईं
जोगेया एह बन के माई तेरे दर आया है साईं
उनका तो सब से नाता है दीं दुखियो के दाता है,
तुझे खुशहाल बना देने माला माल बना देंगे,
हटेगी बदली जो छाई,तेरे दर आया है साईं
जोगेया एह बन के माई तेरे दर आया है साईं
इट के तकिये को लेके नीम के नीचे सोया है
तेरी तकदीर बनाने को छोड़ शिर्डी को आया है
दर्श है इनका सुख दाई तेरे दर आया है साईं
जोगेया एह बन के माई तेरे दर आया है साईं
वो अपनी धुन में रेहता है साईं साईं ही केहता है,
बदन है कंचन कंचन वो मिटटी को कर दे कुंदन
तेरी आँखे है भर आई तेरे दर आया है साईं
जोगेया एह बन के माई तेरे दर आया है साईं