कान्हा इतना ना हमको तुम सताओ रे
अब तडपाओ ना प्रभु आओ रे,
दिल तडपता है, पास आने को,
नैन तरसे है, मुखडा देखन को,
तेरे बिन सुना जग लागे रे,
पास आने का, वक्त बताओ रे,
कान्हा इतना...........
लोग कहते है तु, बडा सोना हे,
तेरा सांवल सा, मुखड़ा मोहणा है,
तु लगे सबको चांद टुकड़ा है,
एक हमको झलक भी दिखाओ रे,
कान्हा ईतना.......
मने भी दिल ये, दे दिया तुमको
सारे कहते हैं, सब पता तुझको
तो क्यों आंसु नजर ना आते हैं
मुख ना फेरो कन्हैया, आओ रे
कान्हा ईतना.......
मीरा के गीरधर, आओ मनमोहन
नरसी के नटवर, आओ हे मोहन
आश उषा ने भी लगाई है
दम निकल ना जाये, श्याम आओ रे
कान्हा ईतना......