चल कावड़िया रे चल चल कावड़िया,
कावड उठा के चल कावड़िया,
बोल बम बोल बम कावड़िया
कावड उठा के चल चल कावड़िया,
पवन भूमि है देवो की ये हरिद्वार,
पाप यहाँ धुलते वो है गंगा जी की धार,
सच कहता हु तेरा होगा उधार,
शिव शम्भू करता है पावन चमत्कार,
गंगा जी में धुब्की लगा के कवाडिया,
बोल बम बोल बम कावड़िया
कावड उठा के चल चल कावड़िया,
सोच के ना डर कैसे चल पाए गा,
शिव शम्भू मंजिल पे पौंच जायेगा,
गोरा मैया रखती है भक्तो का ध्यान,
नीलकंठ बाबा मेरे बड़े दया वान,
शिव का ध्यान लगले कावड़िया,
बोल बम बोल बम कावड़िया
कावड उठा के चल चल कावड़िया,