तेरे होते क्यों भटके दर दर श्याम मेरे,
तुझे पुरे करने होंगे बिगड़े काम मेरे,
हारे के सहारे कहलाते है श्याम मेरे,
तेरे होते क्यों भटके दर दर श्याम मेरे,
बाह पकड़ ता है तू ही दुनिया में दुखराओ की,
कदम कदम पे सूद लेता है तू गम के मारो की,
सारी दुनिया पे है बड़े एहसान तेरे,
तेरे दर पे ना मर जाये श्याम अरमान मेरे,
हारे के सहारे कहलाते है श्याम मेरे,
तेरे होते क्यों भटके दर दर श्याम मेरे,
बदले तू ही कर्मो की रेखा सोये भाग जगाये,
सुख सम्पति धन और दौलत तेरी किरपा से आये,
मने है कुदरत भी बाबा फरमान तेरे,
मेरी पार लगा नैया भगवान मेरे,
हारे के सहारे कहलाते है श्याम मेरे,
तेरे होते क्यों भटके दर दर श्याम मेरे,
तुझसा दींन न दयाल कोई नूर जोली ने जाना,
कृष्ण मुरारी जग सारा तेरे नाम का हुआ दीवाना,
करे किरशमो से है तीनो बाण तेरे,
हारे के सहारे कहलाते है श्याम मेरे,
तेरे होते क्यों भटके दर दर श्याम मेरे,