दुनिया से हारी मेरे श्याम बाबा अबतो बिठा ले अपनी छाओ में,
दुनिया से हारी मेरे श्याम
सबने रुलाया तो एक वार क्यों न तेरी चौकठ में रो लू,
जी चाहता है दिलदार प्यारे तेरी गोदी में सो लू,
दिल से लगाले मेरे श्याम बाबा अबतो बिठा ले अपनी छाओ में,
दुनिया से हारी मेरे श्याम........
सांसो की डोरी टूट रही है बीती जाये उमरियाँ,
मेल चदरियाँ ओड के बैठी तेरे दर पे सांवरियां,
अपना बना ले मेरे श्याम बाबा अबतो बिठा ले अपनी छाओ में,
दुनिया से हारी मेरे श्याम.......
दुःख दर्द मुझको छू न सके गा जो तू संग हो मेरे,
अंग अंग अपना रंगवाना चहु मैं तो रंग में तेरे,
निर्मल बनके मेरे श्याम बाबा अबतो बिठा ले अपनी छाओ में,
दुनिया से हारी मेरे श्याम