मेरी इस ज़माने में हस्ती न होती,
अगर तुम न होते अगर तुम न होते,
किनारे पे मेरी कश्ती न होती,
हम थक गए थे भटक ते भटक ते गिरे जा रहे थे सम्बलते सम्बलते,
उठ ने की मुझ में शक्ति न होती,
अगर तुम न होते अगर तुम न होते...
संकट भी आये हमें है डराए भरोसा हमारा हमें है जिताये,
मेरे दिल में तेरी भक्ति न होती,
अगर तुम न होते अगर तुम न होते....
कहने को तो है सब कुछ हमारा मगर सच ये है सब कुछ तुम्हारा,
किस्मत भी इतनी अच्छी न होती,
अगर तुम न होते अगर तुम न होते
कहता है मोहित धन्यवाद तेरा तुमसे ही जीवन आबाद मेरा,
खुशिया भी इतनी सस्ती ना होती,
अगर तुम न होते अगर तुम न होते