सांवरियो आड़े आवे गो,
जब कोई ना आवे गो दुनिया में थारे काम,
सांवरियो काम बनावे गो,
भटक भटक जद हार तू जावें,
बनाता काम भी बिगाड़ो जावे,
सुना जे श्याम ने तू हिवड़े रे री बात,
महारा श्याम धनि है लीले तू असवार,
झट नीले चढ़ के आवे गो,
जब कोई ना आवे गो दुनिया में थारे काम,
सांवरियो काम बनावे गो,
श्याम जीतावे हारी बाजी श्याम,
श्याम भगत की गाई गाजी,
भगत कोई दिल बीलावे है,
ये मोर छड़ी को धारी बाबा श्याम भगत ने आये हसावे है,
जब कोई ना आवे गो दुनिया में थारे काम,
सांवरियो काम बनावे गो,
श्याम का दर पे हॉवे सुनाई,
बस थोड़ी सी एथे कर लो सुमाई,
लगी हो कितनी ही भीड़ अपार,
तू श्याम पे करले आँख मीच के विश्वास,
श्याम निशित आवे गो,
जब कोई ना आवे गो दुनिया में थारे काम,
सांवरियो काम बनावे गो,