शजे ऊपर काला कौआ बोल रहा था आज,
नीले की जब ही ही करती आई जो आवाज,
जी कमाल हो गया लो आये मेरे श्याम,
इधर श्याम उधर श्याम,
जिधर आंखे फेरु मेरे श्याम,
जी कमाल हो गया लो आये मेरे श्याम,
देख रहा था रस्ता तेरा खुशियों से घर भर गया मेरा,
हो गया जी हो गया मैं निहाल,
ओये कमाल ओये कमाल हो गया लो आये मेरे श्याम,
नचो नचो जी रल ठुमके लगाना,
श्याम प्रभु ने रखा मान मेरा,
आन लगाया घर में डेरा,
दे गया जी दे गया प्रेम की मिसाल,
ओये कमाल ओये कमाल हो गया लो आये मेरे श्याम,
संवारिये पे वारि जाओ श्याम चरण में शीश झुकाउ,
ले गया जी ले गया जी हर्ष का निकाल,
ओये कमाल ओये कमाल हो गया लो आये मेरे श्याम,