हम पे दया कर गले से लगा लो,
हमारी ख़ता को न दिल से लगाओ,
ज़माने ने इतने सितम हमपे ढाये,
न अब तो तेरा ये जहा हम को भाये,
भुला लो शरण में ना इतना रुलाओ,
हमारी ख़ता को न दिल से लगाओ
है मतलब के रिश्ते ये मतलब के नाते,
मुशीबत में कोई नजर ही ना आते,
मुझे श्याम ऐसे जहा से भुलाओ,
हमारी ख़ता को न दिल से लगाओ,
बना कर सदा कोई झूठा फ़साना,
रुलाता है मुझ्को सदा ये ज़माना,
ज़माने के आगे न हम को झुकाओ,
हमारी ख़ता को न दिल से लगाओ,
तमना यही है अमन तुमको पा लू,
है जब तक सांसे भजन तेरा गा लू,
यहाँ जब मैं छोड़ू चिता तुम जलाओ,
बहाओ में अपने मुझे तुम झुलाओ,
हमारी ख़ता को न दिल से लगाओ