श्याम चरणों में देदो ठिकाना मुझे कुछ ना और चाहिए संवारे,
दौलत शोहरत बंगला न गाडी मुझको न चाहिए लखदातारी,
अपनी भक्ति का देदो खजाना मुझे न कुछ और चाहिए,
हर पल लव पे नाम हो तेरा नित उठ दर्शन श्याम हो तेरा,
मुझे अपना बना ले दीवाना मुझे न कुछ और चाहिए,
जब तक मेरी सांस हो तन में श्याम रहो तुम मेरे मन में,
इस कदर साथ मेरा निभाना मुझे न कुछ और चाहिए,