तेरी सूरत दिल में मेरे उतर गई मेरी श्याम,
तूने ही बनाई बिगड़ी सवर गई श्याम,
सोना सोना रूप ये सोना मन वावन शृंगार तेरा,
जब जब भी चहु मैं बाबा हर दम हो दीदार तेरा,
मेरी नजर तुझपे आके ठहर गई मेरे श्याम,
तूने ही बनाई बिगड़ी सवर गई श्याम,
जो रोके थी राहे मेरी बादये सब दूर हुई,
खुशिया छाई झूम के लेहरी मेहर तेरी बरपुर हुई,
संकट वाली काली राते गुजर गई,
तूने ही बनाई बिगड़ी सवर गई श्याम,