मूरत पे जाऊ बलिहारी गोरी लाल की,
आये मोरे अंगना सवारी गोरी लाल की,
दोउ गंगा जल से चरण श्री गणेश के,
धन्य हुए पा के दर्शन श्री प्रथमेश के,
भावना से आरती उतारू गोरी नाथ की,
आये मोरे अंगना सवारी गोरी लाल की,
रिद्धि सीधी का देवा दान देके जाए गे,
हर साल आने कावड़ दान देके जायेगे,
रहु गई सदा मैं अबारी गोरी नाथ की,
आये मोरे अंगना सवारी गोरी लाल की,