शंकर सुवन भवानी नंदन,
हे गणपती... तेरा करते है वंदन।।
ब्रह्मा भी नित तेरा वंदन करते,
तुम ही तो जग के विघ्नो को हरते,
हे गणपती... तेरा करते है वंदन।।
धनो के अधीपति हे सुखदायक,
तुम हो स्वामी ना कोई नायक,
हे गणपती... तेरा करते है वंदन।।
हाथ में अन्तुश शोभा भाये,
मोदक तुमको बड़ा है भाये,
हे गणपती... तेरा करते है वंदन।।