सखी री बरसाने में भज रही आज वधाई,
भज रही आज वधाई सखी री,
सखी री बरसाने में भज रही आज वधाई,
कीरत माँ ने लाली जाई,
राशिकन की सिर मोर है आई,
सखी री बरसाने में गूंज रही शेहनाई,
बरसाने की उची अटारी,
सझ गई जैसे दुलहन प्यारी,
सखी री सब देवो ने फूलन झड़ी लगाई,
सखी री बरसाने में भज रही आज वधाई,
युग युग जियो राधा प्यारी,
जय जय भानु कुल उझारी,
सखी री बृषभनु के मंगल घड़ियाँ आई,
सखी री बरसाने में भज रही आज वधाई,
आदान बरस रहे रहियो बरसाने,
आयो दास तेरो गुण गाने,
सखी री सब राशिको ने मेहलन धूम मचाई,
सखी री बरसाने में भज रही आज वधाई,