हर वेले मालका तेरा शुक्र मनाने आ,
तेरा शुक्र मनाने आ तेरा ही दिता खाने आ,
मैं पाया दर तेरे तो दर तेरा लगे प्यारा,
दर तेरे दी शोभा वखरी दिसे अज्ज़ब नजारा गुरु जी लगदा बड़ा प्यारा,
हर वेले मालका तेरा शुक्र मनाने आ,
मेरा मुझपे कुछ नहीं जो कुछ है सब तेरा.
तेरा तुझको सौंप ते क्या लागे मेरा,
क्या लागे मेरा गुरु जी जो किस है तेरा,
हर वेले मालका तेरा शुक्र मनाने आ,
सुख आवे ता भूल न जावा तेरियां दितियाँ दाता नु,
हर पल हर दम शुक्र करा मैं कदे न विषारा दाता नु,
मैं हर पल अर्ज करा,
हर वेले मालका तेरा शुक्र मनाने आ,