आओ जी आओ गुरु जी आओ,
ना होर तरसाओ के दरस दिखाओ गुरु जी आओ जी,
आओ जी आओ गुरु जी आओ,
एक एक पल गुरु जी तुम बिन सालो जैसा लगता,
इन आखियो को गुरु जी तुम बिन और न को जचता,
मेरे सुने मन मंदिर में आके फेरा पाओ जी,
आओ जी आओ गुरु जी आओ....
जब तक प्राण है गुरु जी तुम को हर पल मैं ध्याऊ,
स्वास स्वास में तुम को सिमरु दर्श तुम्हारा पाउ,
मेरे साथ मिल कर तुम भी गुण गुरु के गाओ जी,
आओ जी आओ गुरु जी आओ
ध्यान करू मैं मगन रहु मैं चरणों में तुम्हारे,
तुम ही तुम हो और नहीं कोई नैनो में हमारे,
झलक दिखाओ पास भुलाओ और न अब तरसाओ जी,
आओ जी आओ गुरु जी आओ