शुभ दिन प्रथम गणेश मनाओ,
कार्य सिद्धि की करो कामना,
तुरतहि मनवांछित फल पाओ,
अंतरमन हो ध्यान लगाओ,
कृपासिंधु के दरशन पाओ,
श्रद्धा भगति सहित निज मन में,
मंगलदीप जलाओ जलाओ,
सेंदुर तुलसी मेवा मिसरी,
पुष्प हार नैवेद्य चढ़ाओ,
मेवे मोदक भोग लगाकर,
लंबोदर का जी बहलाओ,
एक दन्त अति दयावन्त हैं,
उन्हें रिझाओ नाचो गाओ,