रूखी सुखी खाई जप लिया साई

रूखी सुखी खाई जप लिया साई,
भगता ने इसी तरह उम्र बिताई,
रूखी सुखी खाई जप लिया साई

रोंदेया दिला न मेरा साई हसाये गा,
तपदे कलेजिया च ठण्ड साई पाएगा,
दिल विच  साई तेरी सूरत वसाई,
भगता ने इसी तरह उम्र बिताई,
रूखी सुखी खाई जप लिया साई

नशा साहनु साई तेरे नाम वाला होया है,
दिल सदा साई तेरी गलियां च खोया है,
साई नाल यारी सारी उम्र निभाई,
भगता ने इसी तरह उम्र बिताई,
रूखी सुखी खाई जप लिया साई

साई दे दीवाने सदा मस्ती च रेह्न्दे ने,
दिल वाली गला सारि साई जी न कहन्दे ने,
साई चरना दी धूलि मथे ऊठे लाइ,
भगता ने इसी तरह उम्र बिताई,
रूखी सुखी खाई जप लिया साई

इक इक पल तेरी याद च गुजरिया,
साहनु साई तेरे विशोडिया ने मारया.
छड़ के तू साहनु साई कड़े भी न जाए,
भगता ने इसी तरह उम्र बिताई,
रूखी सुखी खाई जप लिया साई
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