चढ़ गई साहनु नाम दी मस्ती चढ़िया खुमारिया,
किरपा माँ चिंतापुरनी मौजा जो सारिया,
चढ़ गई साहनु नाम दी मस्ती चढ़िया खुमारिया,
बढ़िया ने कठिन चढ़ाइया सब ने जोरा नाल चढ़ के,
रंग माँ दा जिस रंग रंगवाना ओहदे ले रस्ते तो दर दे,
मीठी मीठी लावन ताली संगता प्यारिया,
किरपा माँ चिंतापुरनी मौजा जो सारिया,
चढ़ गई साहनु नाम दी मस्ती चढ़िया खुमारिया,
लगिया ने लामिया लेना सब दे जैकारे लौंडे,
कटी जाए ओह्दी चौरासी दर्शन जो माँ दा पौंदे,
दिल सदा जावे नचदा आऊं जदो वरिया,
किरपा माँ चिंतापुरनी मौजा जो सारिया,
चढ़ गई साहनु नाम दी मस्ती चढ़िया खुमारिया,
भुला बक्शोंदा नित हा सिर कदम दे विच थर के,
समीर मालू वाल दे करके मैया तेरा लरह फड़ के,
खुशियां ले नित मनोदा माँ तो उधारियां,
किरपा माँ चिंतापुरनी मौजा जो सारिया,
चढ़ गई साहनु नाम दी मस्ती चढ़िया खुमारिया,