जब जब ये मन घबराये तुम प्राथना करो,
जब राह नजर ना आये तुम प्राथना करो,
चारो तरफ अँधियारा छाये गोरी उदासी मन फ़रयाये,
अगर मुश्किल हो जाए तुम प्राथना करो,
जब जब ये मन घबराये तुम प्राथना करो,
जग में अकेला खुद को पाये,
कोई न तेरा साथ निभाये,
तब प्रभु जी के पास में आउ तुम प्राथना करो,