सांवरिया ये दिल तुझे पुकारे सुबहो शाम आठो याम,
बंधन वार लगे दरबार सजे,
मेरा श्याम सजे शृंगार सजे,
बाबा की मैं आरती उतारू,
सुबहो शाम आठो याम
तेरा जोग बने भंडार भरे,
झोलियाँ तू भरे सबके कष्ट हरे,
दातारि तू लख दातारि बलहारी खाटू के बाबा श्याम,
छप्पन भोग लगे तोपे चवर झूले,
भप्पा विनती करे तेरी राह तके,
नीले पे सवार होक आजा खाटू के बाबा श्याम