श्याम ने है सब कुछ दिया,
अब तो मांगू यही खाटू धाम खाटू धाम रहते श्याम मेरा घर हो वही,
खाटू नगर की माटी लगती केसरियां चन्दन माथे पे लगाओ,
बाबा की देहडी पर विराजे है केसरी नंदन मैं धोक लगाऊ,
खिली खिली श्याम बगीची याहा आलू सिंह जी,
है श्याम कुंड में पावन जल धारा बहती,
मुझे श्याम ने सब कुछ दिया,......
घर के दरवाजे पे विराजे गोरी पुत्र गणेश,
मिटे कलेश हमारा,
आँगन में तुलसी के संग हो शालिग्राम विशेष ,
मिटे दवेश हमारा,
जब जब हो वे आरती मैं मंदिर जाऊ,
श्याम की मोर छड़ी का झाड़ा लगवाउ,
मुझे श्याम ने सब कुछ दिया ...........
फागण के मेले में करुगा भक्तो की सेवा होगा कर्म सफल,
खुश हो कर सांवरिया देगा किरपा का मेवा होगा जन्म सफल,
मिले श्याम चरण की छैया रहु मस्त मलंग,
मेरे तन मन चढ़ जाएगा बाबा का रंग,
मुझे श्याम ने सब कुछ दिया ...........
श्याम प्रेमियों से ग्यारस को कल पहियाँ का लेख ओ मिलन सुहाना,
चोखानी तू सांवरिया को अपना मीट बना ले बने श्याम दीवाना,
ले भजनो का गुलदस्ता प्यारे तू चलना जिस खाटू रास आ जाये पड़े हाथ न मलना,
मुझे श्याम ने सब कुछ दिया ...........