सुनले श्याम, विनती गरीबो की,
अर्जी सुनो,सब भक्तों की,
सुनले श्याम ......
बालक पलेगे तेरी वजह से,रस्ते चलेंगे तेरी राह पे ॥
काटो भरी डगर बनाना फूलो की,
सुनले श्याम......
शिघासन बैठा मुस्कुरता है,मेरी और तू क्यूँ ना देखता है ॥
कुछ तो बोल श्याम कहदे अपने मन की,
सुनले श्याम......
तुने संभाली तक़्दीर हाथों मे,अहसान भूल जाऊ पल भर मे ॥
तू सब जाने घट घट की,
सुनले श्याम .......
पुकार सुनकर तुम रो पड़ोगे वादा है मेरा सिंहासन छोड़ दोगे ,
"गोयल" साथ देने को ना है कोई साथी,
सुनले श्याम......