लागी है लगन श्याम तेरे नाम की,
श्याम तेरे नाम की कन्हियाँ तेरे नाम की,
एहसास मुझको हो रहा प्यारा,
सांसो की लेहरो में बहे श्याम धारा,
सूरत समाई जब से नैनो में घनश्याम की,
लागी है लगन श्याम तेरे नाम की
अखियां ये दर्शन की रहती है प्यासी,
मुझको बना ले श्याम खाटू निवासी,
आदत सी पड़ गई मुझको अब तो खाटू धाम की,
लागी है लगन श्याम तेरे नाम की
सिर को झुकाये कुंदन चरण तेरे चूमे,
मस्त मलंगा बनके वनवरा घूमे,
रहती न चिंता मुझको अब किसी काम की,
लागी है लगन श्याम तेरे नाम की