हो के सिंह सवार माँ शेरावाली आई है,
बचियाँ नु देन दिद्दार शेरवाली आई है ,
बड़े चीरा तो आज मैया ने साडी आस पुजाइ है,
हो के सिंह सवार माँ शेरावाली आई है,
सुहा सुहा चोला माँ ने गल विच पाया है,
सिर उते हीरिया दा मुकट सजाया है.
कर सोलह शृंगार माँ शेरावाली आई है,
हो के सिंह सवार माँ शेरावाली आई है,
ढोल ते नगाड़े आज जोश विच भजदे,
नच नच धरती ते पैर नहीं लगदे,
साहनु खुशियां देन अपार माँ शेरावाली आई है,
हो के सिंह सवार माँ शेरावाली आई है,
गीठ गीठ सरेया नु चढिया ने लल्लियाँ,
वेरमे ने नेमता मैया कोलो पा लिया,
गुण गावे गर्ग विशाल माँ शेरावाली आई है,.
हो के सिंह सवार माँ शेरावाली आई है,