मेरी माँ दा है भवन रंगीला,के छेल छबीला,
के उते माँ बूंदा बरस रहियाँ,
झूलन झंडे रंग बिरंगे छूके पौन एहना नु लंगे,
देदे झंडियां नु गोटा मियां पीला के बड़ा चमकीला,
के उते माँ बूंदा बरस रहियाँ,
मेरी माँ दा है भवन रंगीला,के छेल छबीला,
आउंदे माँ दे भगत प्यारे,
मुहो बोलन जय जय कारे,
तेरे मंदिरा दा राह पथरीला के बड़ा बर्फीला,
के उते माँ बूंदा बरस रहियाँ,
मेरी माँ दा है भवन रंगीला,के छेल छबीला,
लक्षका मारे भवन प्यारा जिथे झुक्दा है जग सारा,
महिमा गन्दा है प्रेम सुरीला के सची तेरी लीला,
के उते माँ बूंदा बरस रहियाँ,
मेरी माँ दा है भवन रंगीला,के छेल छबीला,