मेला लग गया भगतो चिंतपूर्णी माँ दे वेहड़े,
माँ वंडी जांदी है भगतो सब न खुशिया खेड़े,
मेला लग गया भगतो चिंतपूर्णी माँ दे वेहड़े
दुरो दुरो आके सारे खड़ गे विच क़तारा,
सुन नी चिंतपूर्णी मैया भगता दियां पुकारा,
सच्चा माँ दा नाता है बाकी झूठे तेरे मेरे,
मेला लग गया भगतो चिंतपूर्णी माँ दे वेहड़े
सोहना माँ दा भवन सुनहरी माँ नु वाजा मारे,
हथा दे विच झंडे फड़ के आ गे भगत प्यारे,
जो श्रद्धा नल आउंदा है रेहँदी माँ ओहना दे नेड़े,
मेला लग गया भगतो चिंतपूर्णी माँ दे वेहड़े
लोगो कहंदा बिट्टू करदा सदा दुआवा,
निकिया नीकियाँ पेंडियां कनियाँ ठंढियां चलन हवावा,
करदे चिंतापुरनी माँ सब दे दुख दे नबेड़े,
मेला लग गया भगतो चिंतपूर्णी माँ दे वेहड़े