श्री राधे प्यारी का ब्रिज की दुलारी का,
उस बरसाने वाली का श्याम दीवाना दीवाना दीवाना,
कदम के निचे बंसी बजाना,
बस मिलने का इक बहाना,
ऐसा जादू विषभानु दुलारी का,
श्याम दीवाना दीवाना दीवाना..
जब मिलने को मन ललचाया,
तब छलिये ने स्वांग रचाया,
वेश दर आया वो मनहारी का,
श्याम दीवाना दीवाना दीवाना,
जब जब शरद की पूनम आये,
मधुवन में वो रास रचाये,
हाथ थामे वो ललित किशोरी का,
श्याम दीवाना दीवाना दीवाना,
हरष तुम्हारे बिन ओ राधा तेरा मुरली वाला आधा,
है चढ़ा तुझपे रंग गिरधारी का,
श्याम दीवाना दीवाना दीवाना,