मुँह फेर जिदर देखु मुझे तुही नजर आये,
माँ छोड़ के दर तेरा,
कही और किदर जाये माँ,
गेरोने तो ठुकराया अपने भी बदल गए है,
हम साथह चले जिनके वो दूर निकल गए है,
तेरी रहेम पर हु माँ ,
तू क्ष या ठुकराये,
माना के में पापी हु मुझे खबर गुनाहो की ,
बस इतनी सजा देना मुझे मेरी खताओ की,
तेरे दर पे हो सर मेरा माँ,
और सास निकल जाये माँ,
हम खाक नशीनो की क्या खूब तमन्ना है,
तेरे नाम से जीना है तेरे नाम से मरना है,
मरना तो है जो तेरी ,
चोखट पे जो मर जाये,
सूरज और चन्दा का आखो में उजाला है,
मस्तक पर अघनी भी प्रचंड ज्वाला है,
तेरी नजरे कर्म होतो,
तेरा दास भी तर जाये,
Lalit ajbani
Panchwati
09890355940
09320355940