श्यामा तू न आयो वे, श्यामा पै गईया
सारे तुर गए घरा नु, कल्ली रह गयी आ
तुहिओ आखिया सी शामा मैं हाँ भूखा प्यार दा
नठ्ठा आना वा जदो कोई वाजा मारदा
तेरे छुठेया ही लारिया ते रह गयी हां
श्यामा तू न आयो...
राधे रानी नाल रास तू रचंदा होवेंगा
ग्वाल बाला नाल गौआ तू चरनदा होवेंगा
दुःख तेरे विछोड़ेया दे सेह गयी हां
श्यामा तू न आयो...
तू हैं सारिया दा, मेरा तां सहारा तू है
मेरी जिंदगी दी बेड़ी दा किनारा तू है
वे मैं मीरा वांगु तेरी हो के रह गयी आ
श्यामा तू न आयो...
मन चंचल है साडा किते टिक्दा नहीं
प्यार कदे वी दुकाना उत्ते विक्दा नहीं
गल्ला सारिया ही आज ते मैं कह गयी आ
श्यामा तू न आयो...