माँ तेरी पावन ज्योत जगाई ओ माँ शेरोवाली,
माँ तेरे चरणों में लगन लगाई ओ माँ ज्योतावाली,
जय अम्बे जगदम्बे मइया तुम हो दुर्गा काली,
तेरे रूप ह्र्जारो मियाँ उचे मंदिरा वाली,
करे भक्तो की तू रखवाली ओ माँ वैष्णो रानी,
तेरी पावन ज्योत जगाई ओ माँ शेरोवाली
करे भक्तो की तू ही रखवाली,
ओ माँ वैष्णो रानी,
तेरी पावन ज्योत जगाई ओ माँ शेरोवाली,
जब भी तुझे पुकारा मैंने पल में दोह्डी आई.
मैं भूली पर तू न भूली आकर लाज बजाई,
माँ तेरी भक्ति भरी रस प्याली,
लाल चुनरियाँ वाली.....
जय अम्बे जगदम्बे मइया तू ही संकट हरती
के वरधानी जग कल्याणी नईयां पार लगा ती,
करे भक्तो की तू रखवाली ओ माँ वैष्णो रानी,
तेरी पावन ज्योत जगाई ओ माँ शेरोवाली
तेरी ईशा से माँ आंबे ये जग सारा चलता,
बिन तेरी मर्जी के पता तक न हिलता,
माँ तू ही तू है मन में समाई,
ओ माँ वैष्णो माई,