मेरी चाहत है मैया तेरा दर्शन पाऊं,
तेरी किरपा से मैया मैं भव से तर जाऊ,
मेरी चाहत है मैया तेरा दर्शन पाऊं
चरणों में जगा दे दो मैं पायल बन जाऊ,
हिर्दय लगा लो मैया मैं माला बन जाऊ,
तेरी लाल चुनरियाँ का मैं घोटा बन जाऊ,
तेरी किरपा से मैया मैं भव से तर जाऊ,
मुझे शक्ति देदो मेरी मियां तिरशूल बन जाऊ,
मुझे छू लो हाथो से माँ मैं फूल बन जाऊ,
ना छोड़ो हाथ मेरा वर्ण मैं मर जाऊ,\
तेरी किरपा से मैया मैं भव से तर जाऊ,
मुझे दर्शन देदो मैया मैं काजल बन जाऊ,
तेरी सिंह सवारी का मैं सेवक बन जाऊ,
तेरे भवनों का मैया पत्थर बन जाऊ,
तेरी किरपा से मैया मैं भव से तर जाऊ,