आई आई कीर्तन की रात आई,
घर ज्योत जगाई सवागत में बैठा त्यार जी
आओ आओ माहरा सांवरियां सरकार जी,
आई आई कीर्तन की रात आई,
प्रेम सहित दरबार सजायो आज पधारो सांवरियां,
दर्शन करके नाच उठे गो आज माहरो मन वनवारियाँ,
आओ आओ दर्श दिखो चरणों से लगाओ,
माहरी मेटो सांवरियां चिंता सारी हो चिंता सारी,
हो नीले पे सवार जी,
आओ आओ माहरा सांवरियां सरकार जी,
रूखो सुखो भोग लगाओ प्रेम सहित स्वीकार करो,
श्याम धनि दातार दयालु माहरे सिर पे हाथ धरो,
श्याम मुरारी गिरवर दारी कलयुग का अवतारी.
संकट काटो मत टाबरिया ने नाटो देदो जी माहने प्यार जी,
आओ आओ माहरा सांवरियां सरकार जी,
चुन चुन कलियाँ हार बणायो इतर की महकार करि,
खीर चूमरो जीमो आके माखन मिश्री त्यार भई,
भोग लगाओ बेगा आओ जीवन सफल बनाओ,
थारे आया सु बात बने गी बोलै गा जय जय कार जी,
आओ आओ माहरा सांवरियां सरकार जी,
मातृ दत्त बनाओ बिगड़ी श्याम सूंदर की है,
अपने चरना सु लिपटाओ यह ही माहरी मर्जी है,
सुनलो अर्जी नहीं है फर्जी टाबरिया है गरजी,
लजा राखो प्रभु जी हमारी सुन श्याम बिहारी सुन लो पुकार जी,
आओ आओ माहरा सांवरियां सरकार जी,