आके तुम्हारी शरण मे हर खुशी मिल गई,
तुम क्या मिले सांवरे जिंदगी मिल गई,
अंधियारी रातो को मेरे रोशनी मिल गई,
तुम क्या मिले सांवरे जिंदगी मिल गई.....
खुशिया गुमसुम थी सोई तकदीरें थी,
मुजसे खफा मेरी हाथों की लकीरें थी,
मुझपे जो पड़ी आपकी नजर,
बदली जिंदगी मेरी इस कदर,
मिला खुशियों का पता मिली जो तेरी डगर,
मुरझाए चेहरे को मेरे,
अब हंसी मिल गई,
तुम क्या मिले सांवरे जिंदगी मिल गई.....
मेरी मन बगिया का प्रभु तू ही माली है,
करता सांसो की तूही रखवाली है,
तेरे नाम से मेरा नाम है,
तुमसे ही बनी ये पहचान है,
कितने प्रभु मुझ पर तेरे ये अहसान है,
मुझको तेरे नाम रस की ये,
बेखुदी मिल गई,
तुम क्या मिले सांवरे जिंदगी मिल गई.....
मेरे हर ख्वाबो को बदला हकीकत में,
मुझको मिला जो भी लिखा जो न किस्मत में,
तेरे दर की तो यही रीत है,
हारे को यहाँ मिली जीत है,
सोनू को भी अपना बनाया प्रभु ये तेरी प्रीत है,
जन्मों जन्म तेरे दर की ये,
बंदगी मिल गई,
तुम क्या मिले सांवरे जिंदगी मिल गई....
आके तुम्हारी शरण मे हर खुशी मिल गई,
तुम क्या मिले सांवरे जिंदगी मिल गई....