धन दोलत नही चाहिए मेरे साथ है खाटू श्याम,
जल थल नब का अधिकारी है छवि बड़ी मनोहारी,
कितनो प्यारो है नाम.
धन दोलत नही चाहिए मेरे साथ है खाटू श्याम,
महाभारत से प्रथा बनी है लगे यहाँ पर मेले है
खुशियों की बरसात यहाँ दुनिया में बहुत ज़मीले है,
सब बिगड़े काम बनाये ये बिछड़े दिलो को मिलाये लेता नही ये कोई दाम,
धन दोलत नही चाहिए मेरे साथ है खाटू श्याम,
करने कराने वाला है ये नाम हमारा करता है,
लाल बाल गोपाल मांगलो सब की झोली भरता है,
विपदा कोई पास ना आये आसुरो को मार गिराये जीते सारे संग्राम,
धन दोलत नही चाहिए मेरे साथ है खाटू श्याम,