झूला, झूल रही मेरी मईया, संग में झूल रहे हनुमान ll
झूल रहे हनुमान कि संग में, झूल रहे हनुमान
हो झूला, झूल रही मेरी मईया,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
हाथ जोड़ के भक्त पुकारे, दे दो माँ वरदान,,हो,,
भैरों बाबा अर्ज़ी लगावे, कर दो माँ कल्याण
हो झूला, झूल रही मेरी मईया,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
अष्ट भुजी माँ शेर सवारी, माँ की है पहचान,,हो,,
उसको दर्शन हो जाए जिसने, कर लिया माँ का ध्यान
हो झूला, झूल रही मेरी मईया,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
सच्ची भक्ति अम्बे माँ की, झूठी जग्ग की शान,,हो,,
तीन लोक में डंका वाजे, भक्त करें गुणगान
हो झूला, झूल रही मेरी मईया,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
हाथ जोड़ के शीश झुका के, कहते जय भगवान,,हो,,
ऐसी शक्ति पैदा कर गई, शिव शंकर भगवान
हो झूला, झूल रही मेरी मईया,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
अपलोडर- अनिल रामूर्ति भोपाल