सिंह सवारी करके मैया आई है नवरात्र में
ढोल नगाड़े भज रहे झूम रहे सब साथ में
सिंह सवारी करके मैया आई है नवरात्र में
मन उपवन सब खिल जाए मैया तेरे आने से
हर अँधेरा मिट जाए तेरी ज्योत जलाने दे
चुनडी गजरा मैं पहनाऊ लेकर नाचू हाथ में
ढोल नगाड़े भज रहे झूम रहे सब साथ में
मो कनायो का दर्शन नवराति में होता है
हलवा पुड़ी भोग लगे घर आंगन ये मेहकता है
मेहँदी भी मुस्काये मैया थामे जब तू हाथ में
ढोल नगाड़े भज रहे झूम रहे सब साथ में
राजा केहता मैया तू हर दम पास बुलाते है
लेकिन इन नवरातो में खुद ही मिलने आते है
शंख त्रिशूल की शोभा न्यारी चकर कमल भी हाथ में
ढोल नगाड़े भज रहे झूम रहे सब साथ में