तू गंगा जी न जावन दीता आद्दत से तेरी रोले की,
मैं बनी भगतनि भोले की,
सास ससुर की सेवा तजके खावे हवा हिंडोले की,
तू किसी भगतनि भोले की,
तू न्यू बक बक करया करे क्यों दोश मेरे ते धरा करे,
तने हलवा ख्वा दियां कागा से और पूरी खिंडादी झोले की मैं बनी भगति भोले की,
तू गंगा जी न जावन दीता आद्दत से तेरी रोले की,
तू फंडयान हलवा ख्वावे से मेरा बाबू भूखा लेखावे से,
तने जोन सी नार ले जावे से मैं जानू लुगाई ठोले की,
तू किसी भगतनि भोले की,
ये दो दिन रोटी पोले गा तू बता की मादा हॉवे गा,
कमल सिंह मने खरचा देना तो अंगूठी बेच क्यों तोले की,
तू गंगा जी न जावन दीता आद्दत से तेरी रोले की
चल सारे मिल के चला गे मेरे माँ बाबू भी नहा लेंगे,
गुण शिव गोरा के गा लेंगा न दसा रहा समय ओले की,
फेरा मारा फॅमिली भोले की,