रसिया लागे साँवरिया देखो फागण में
रसिया लागे रे...रसिया लागे रे...
ई रसियै की लीला म्हे तो वृन्दावन में देखि जी
हो...नित नया स्वांग,नित नया रास रचावै सांवरा
देखो फागण में...देखो फागण में...
ई रसियै की लीला म्हे तो ब्रज नगरी में देखि जी
हो...माखन चुरावे मटकी फोड़े सांवरा,
देखो फागण में...देखो फागण में...
ई रसियै की लीला म्हे तो यमुना तट पर देखि जी
हो...मीठी-मीठी बांसुरी बजावै सांवरा,
देखो फागण में...देखो फागण में...
ई रसियै की लीला म्हे तो खाटू माहि देखि जी
हो...भगतां के सागे होली खेले सांवरा,
देखो फागण में...देखो फागण में...
रसिया लागे साँवरिया देखो फागण में
रसिया लागे रे...रसिया लागे रे...