शहनाइयां भजाओ जी शिव रात आ गई,
शिव रात आ गई आ गई शिव रात आ गई,
गोरा के द्वार भोले की बारात आ गई,
बारात आ गई भोले की बारात आ गई,
शहनाइयां भजाओ जी शिव रात आ गई,
जिस ने बारात देखि हैरान हो गया,
देवो के पिशे भूतो की जमात आ गई,
शहनाइयां भजाओ जी शिव रात आ गई,
सर्पो का सेहरा बाँध के नंदी पे बैठ के,
गिरजा के भाग में लिखी सौगात आ गई,
शहनाइयां भजाओ जी शिव रात आ गई,
कोई भंग की तरंग में कोई सूफी संत है,
लगता है शिव के साथ कायनात आ गई,
शहनाइयां भजाओ जी शिव रात आ गई,