गोरा घोट के भांग पीला दे नाचू गा तेरे साथ में,
किसी और पे भांग घुटा ले आउ न तेरी बात में,
गोरा सावन का महीना भांग का नशा जमा दे ,
ले पकड़ तेरा कुण्डी सोटा भांग पे जोर लगा दे,
गोरा मस्ती का मूड बना दे,नाचू गा तेरे साथ में,
किसी और पे भांग घुटा ले आउ न तेरी बात में,
नाटे मत न गोरा प्यारी कह रहा तेरा भोला ,
क्यों कैलाश के रुके मारे क्यों करे तू रोला,
मने भांग का गोला खिलाड़ी,नाचू गा तेरे साथ में,
किसी और पे भांग घुटा ले आउ न तेरी बात में,
नाटे था तने मेरे संग में मत न व्याह रचावे,
भांग छोड़ दे भोले नाथ मेरे गोरा तने समजावे,
तू कैलाश ने गोरा सजादे नाचू गा तेरे साथ में,
किसी और पे भांग घुटा ले आउ न तेरी बात में,
सुनील दया रवीर रोहिला मेरी शरण में आये,
ऐसा भजन सुनाया भोले मेरे मन को भाये,
तू नसीब के भजन सुना दे नाचूगी तेरे साथ में,
भोले डम डम डमरू बजा दे नाचूंगी तेरे साथ में,