हाँथ जोड़ के विनती करीं,अर्जी सुनी हमार,
गुरु जी जीवन-जहजवा भव से दिहिं उतार |
रउरा चरनिया में सब सुख पाईं,
रउरा भरोसे हम जिंदगी बिताईं |
रखले रहम अपना शरणिया,ना देहम बिसार,
गुरु जी जीवन-जहजवा भव से दिहिं उतार |
दर्शन राउर पाके गुरूजी अँखियाँ जुड़ाला,
भागे ला अन्हरिया,अंदर अंजोर होई जाला |
रउरे किरपा से हम देखनी अंदर में भगवान,
गुरु जी जीवन-जहजवा भव से दिहिं उतार |
हाँथ जोड़ के विनती करीं,अर्जी सुनी हमार,
गुरु जी जीवन-जहजवा भव से दिहिं उतार |