मुझे रंग दे अपने रंग साई मैं तेरी हु,
साई मैं तेरी हु साई मैं तेरी हु,
छोड़ के सारी दुनिया दारी दिल में रखी तस्वीर तुम्हारी,
अब दुनिया लगे बेरंग साई मैं तेरी हु,
जब से तेरी शरण में आई आ कर दर पे शीश जुकाई,
नहीं भाये जग का ढंग साई मैं तेरी हु,
नाम तेरे सब कुछ लिख डाला हम सब को तो तारने वाला,
बस रख ले अपने संग साई मैं तेरी हु,