मदिरा पी कर के नाचे ये माहरो भेरू कमली मदिरा पे कर के,
भेरू जी ने मदिरा प्यारी सारो जग बतलावे जी,
प्रेम से जो भी भोग लगावे रीझे अमली,
मदिरा पी कर के नाचे ये माहरो भेरू कमली मदिरा पे कर के,
जो कोई मदिरा पान करावे भेहरु जी ने हाथा से,
बी का वेडा पार लगावे भेहरु कमली,
मदिरा पी कर के नाचे ये माहरो भेरू कमली मदिरा पे कर के,
श्याम कवे थारे खाते में माहरो नाम लिखदो जी,
भर भर प्याला भोग लगा सु खाली कमली,
मदिरा पी कर के नाचे ये माहरो भेरू कमली मदिरा पे कर के,